पर्यावरण धर्म के तहत अपने जन्मदिन पर पौधा लगाते हुए पर्यावरणविद ने कहा*
*कटते वनों को बचाने के उद्देश्य से ही आठ मूल मंत्रों को अपनाने के लिए 1977 में चलाया था पर्यावरण धर्म व वनराखी मूवमेंट: कौशल*
*फोटो- आवासीय परिसर में अपने परिजनों के साथ पौधरोपण करते पर्यावरणविद*
*मेदिनीनगर/ पलामू /झारखंड*
छतरपुर अनुमंडल के प्रसिद्ध चेगवना बाबा धाम पर विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल और छतरपुर पूर्वी से जिला पार्षद अमित कुमार जायसवाल के साथ नावा बाजार, डाली बाजार, खोढ़ी, मुरूमदाग, सोहदाग, रुदवा,शाही, इंटको, रजदीरीया,चेंगवना समेत क्षेत्र के दर्जनो गांव के कार्यकर्ताओं के साथ कौन यात्रा चल रहा है संकल्प यात्रा में आए बाबूलाल मरांडी को आवेदन देकर कहा है कि पड़वा सिलदाग N.H 4 लाइन हो रहे निर्माण को नावबाजार से बाईपास निकालने के लिए सिडीबनाथा बना था परंतु फिर नावा बाजार से ही फोर लाइन पास कर ने के लिए सिंडी क्षेत्रीय पदाधिकारी राष्ट्रीय राजमार्ग अशोक नगर रांची ने पथ परिवहन मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली को भेज दिए
पर्यावरणविद कौशल ने कहा है कि इसे रोकने के लिए आवेदन माननीय सांसद पलामू श्री बी,डि राम जी को दो बार, महामही राज्यपाल झारखंड सरकार, मुख्य अभियंता राष्ट्रीय उच्च पथ उप भाग धुर्वा को गुहार लगाई हैं उन्होंने कहा है कि नावा थाना से डाली मोड चेंगवना 4 लाइन निकालमे मात्र 4 किलोमीटर शॉर्ट सीधा पड़ता है जबकि नावा बाजार से फोर लाइन निकलने में 5 किलोमीटर पड़ता है 2 पूर्वज से नावा बाजार पर साप्ताहिक बाजार 3 रामनवमी मेला 4 दशहरा मेला, लगने वाला भूमि फोर लाइन में चला जाएगा औरैया आस्था का मेला सदा के लिए चला जाएगा इतना ही नहीं 5 अस्मशान घाट 6 देवी मंदिर 7 शिव मंदिर 8 उच्च विद्यालय 9 प्रसिद्ध से चेगौना बाबा मंदिर 10 हनुमान मंदिर, 11कब्रिस्तान 12 कर्बला 13 मस्जिद के साथ-साथ दुकान और मकान भी टूटने से बनिया महाजन का रोजी-रोटी चल जाएगा तत्काल कार्रवाई करते हुए नावा बाजार से फोर लाइन पास नहीं करने कि करवाई जाय जिससे क्षेत्र में सामाजिक प्रदूषण नियंत्रण में रहे
इस अवसर पर घोड़ी के मुखिया पूरन यादव, डाली के उप मुखिया अफजाल अंसारी, जुबेर अंसारी, सुचित जायसवाल, गुलाब गैस, शिवनाथ राम, बाबूराम, अवधेश राम, राजेश यादव, ईश्वर यादव, महेशि यादव, सुरेश प्रसाद कवि, भगवान प्रसाद साव,यासीन बड़ा, मुस्ताक अंसारी,महावीर भुइयां, समेत क्षेत्र के सैकड़ो लोग उपस्थित थे
