28 नवंबर 2021 को बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा संत अन्ना मध्य विद्यालय सीरिसीया में*
**काशी प्रसाद जायसवाल के 141वां जन्मदिन पर पर्यावरणविद ने बिहार के 4 जिलों में सिवान, गोपालगंज, पश्चिमी चंपारण, में बेतिया, बगहा समेत बाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व रिसोर्ट में किया कार्यक्रम का उद्घाटन पौधारोपण कर कहा*
*घर परिवार में बहू या जन्म से संख्या बढ़ी तो वृक्षों की संख्या भी बढ़ाना होगा कौशल*
– *नेपाल भूटान समेत देशभर में पढ़ाए जाएंगे पर्यावरण धर्म के 8 मुल ज्ञान मंत्रों का पाठ*
– *मार्च में होंगे नेपाल के नारायणपुर में पर्यावरण धर्म पर सम्मेलन*
27 नवंबर को काशी प्रसाद जायसवाल का 141 वां जन्मदिन पर देशभर में मनाया जा रहे चार दिवसीय उत्सव पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने किया। उन्होंने इस अवसर पर सिवान के हसनपुरा, पश्चिम चंपारण के बेतिया, राजकीय मध्य विद्यालय, बगहा संत अन्ना मध्य विद्यालय सिरिसीया और बाल्मीकि टाइगर रिजर्व रिसोर्ट में थाईलैंड के बारहमासी आम , नेपाल के रुद्राक्ष, भूटान के सिंदूर, हिमाचल के कपूर, कर्नाटक के सफेद चंदन, और उत्तराखंड के देवदास का पौधा लगाया। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम में शामिल लोगों को पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ आठ मूल मंत्रों की शपथ दिलाई।
पौधारोपण करते हुए पर्यावरणविद श्री कौशल ने कहा कि काशी प्रसाद का जन्म 18 81 ई. में नालंदा के झालदा जिले अंतर्गत नाराहट में एक जमींदार परिवार में हुआ था। वे साहित्यकार के साथ कई भाषाओं के जानकार थे। उन्होंने समाज के उत्थान के लिए अपने जीवन काल में कई ऐतिहासिक कार्य किये थे जिसका लाभ समाज के लोगों को मिल रहा है।
नेपाल के प्रसिद्ध पर्यावरणविद् सह विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अशोक प्रसाद गुप्ता उनकी धर्मपत्नी प्रमिला देवी के पुत्र ऋषिकेश गुप्ता की शादी गोपालगंज निवासी राजेश प्रसाद , धर्मपत्नी श्रीमती ललिता देवी के पुत्री रोहिणी के साथ संपन्न हुई। जिसमें कई राज्यों के पर्यावरण प्रेमियों ने भाग लिया। उक्त अवसर पर पर्यावरणविद कौशल ने पर्यावरण धर्म के 8 मुल ज्ञान मंत्रों के तहत वर ऋषिकेश को आशीर्वाद के रूप में रुद्राक्ष के पौधा तथा वधू रोहिणी को संस्था के प्रधान सचिव श्रीमती पूनम जायसवाल ने भूटान के सिंदूर के पौधा देकर कहा यह सुहाग का प्रतीक है सिंदूर । उन्होंने उसे लगाकर बच्चे की तरह देखभाल करने की जरूरत बताई।
पर्यावरण धर्मगुरु कौशल किशोर ने कहा कि घर परिवार में विवाह और जन्मोत्सव होने पर जब सदस्यों की संख्या बढ़ती तो उस स्थिति में वृक्षों की संख्या भी बढ़नी चाहिए। क्योंकि स्वस्थ रहने के लिए शुद्ध हवा की जरूरत है जो पेड़ पौधे से ही मिलते हैं।
काशी प्रसाद के जन्मदिन के उत्सव तथा विवाह में शामिल लोगों में नेपाल के राघो प्रसाद, प्रमिला देवी, जितेंद्र प्रसाद, शोभा देवी, सुभाष प्रसाद, बबीता देवी, योगेंद्र प्रसाद, सुनीता देवी, अवधेश प्रसाद, भारती देवी, प्रहलाद प्रसाद, आभा देवी, सी एन चौधरी, सिवान से संस्था के बिहार प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद जायसवाल, उषा देवी ,डा० प्रिंस गुप्ता डा० जैति गुप्ता, डा० शर्मिला गुप्ता, सिद्धि कुमारी, झारखंड से छतरपुर पूर्वी के जिला पार्षद प्रत्याशी सह डाली बाजार के मुखिया अमित कुमार जायसवाल, शिल्पा जायसवाल, संस्था के यूपी प्रदेश अध्यक्ष मारकंडे प्रसाद, मीना देवी, डा० राकेश प्रसाद, डा० रिचा गुप्ता काशीनाथ प्रसाद, मालती देवी, कृष्णा प्रसाद, अंकिता जायसवाल,बगहा प्रधानाध्यापक अनूप प्रकाश, अंजलि, पुनीता पांडे, पूनम कुमारी, धनौली, बाल्मीकि नगर लाल बाबू महतो, गोविल, भरत लाल, सोनू कुमार आदि शामिल थे।