*पर्यावरणविद कौशल ने स्कूलों में पौधरोपण कर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जयंती मनाते हुए कहा*
*जन कल्याण के लिए ही होते हैं संत ,सरोवर , गुरु व तरुवर : कौशल*
– *गुरु से ज्ञान की और वनों से होता है सांसों का रिश्ता पर्यावरण धर्मगुरु*
फ़ोटो- पौधा रोपण व पर्यावरण धर्म के शपथ दिलाते कौशल
*नावा बाजार /सिमडेगा/ झारखंड*
विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्म गुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर ने पलामू जिले के नावा बाजार प्रखंड के कंडा प्लस टू उच्च व मध्य विद्यालय परिसर में पौधरोपण कर महान शिक्षाविद डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती मनाई। जबकि सिमडेगा जिले के ठेठइटांगर प्रखंड के रेगारी मिशन स्कूल परिसर में शिक्षक दिवस के पूर्व संध्या आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ आम , महोगनी , नारियल व सागवान का पौधा लगाया। वहीं वहां उपस्थित लोगों के बीच उन्होंने निःशुल्क पौधा भी वितरित किया। पौधरोपण के दौरान पर्यावरणविद ने स्कूली बच्चों को पर्यावरण धर्म के आठ मूल मंत्रों की शपथ दिलाते उन्हें पर्यावरण से जुड़ी कई अहम जानकारियां दी। उन्होंने कहा कि संत, सरोवर, गुरु व तरुवर दूसरे के परोपकार के लिए ही होते हैं। शिक्षक दिवस पर बोलते हुए पर्यावरणविद ने कहा कि गुरु से ज्ञान की और वनों से सांसों का रिश्ता जुड़ा हुआ है। इसीलिए आदि काल से ही हमारे समाज में गुरु और तरुवर की पूजा होते रहा है। उन्होंने मिशन स्कूल में 15 सौ और प्लस टू उच्च विद्यालय में 50 पौधा में कल्पतर, चंदन व महोगनी दान किया है । उन्होंने कहा कि आज गुरु का ही देन है कि हम चंद्रमा पर भी तिरंगा फहरा कर विश्व रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कराने में कामयाबी हासिल की है। वनरखी मूवमेंट के प्रणेता कौशल के नेतृत्व में कंडा प्लस टू उच्च विद्यालय से प्रभात फेरी निकाली गई। उसमें शामिल छात्र-छात्राएं वृक्ष है तो जल है, जल है तो जीवन है” आदि नारे लगाते हुए शिक्षक वृक्ष के नाम से घरों में 100 पौधा लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे। स्कूल परिसर से निकली प्रभात फेरी कंडा मध्य विद्यालय , बस स्टैंड से होते हुए स्वतंत्रता सेनानी के गांव पहूंचकर लोगों को जागरूक किया। मौके पर प्रिंसिपल अशोक कुमार श्रीवास्तव, फादर डेबिट बड़ा, फादर अनफ्रेंड मिंज राजेंद्र बिलूंगा, अनूप लकड़ा, सुमन केरकेट्टा पातिरी
केरकेट्टा , मीनू सोरेग, सुमन कुजूर, उषा कुजूर, प्रवीण खलको , राजेश कुल्लू, हेमंत डुंग डुंग, कुलदीप टोप्पो समेत कई छात्र-छात्राएं शामिल थी।।
