पर्यावरणविद व वित्त मंत्री के प्रतिनिधि ने दीपावली पर पौधरोपण कर कहा है कि*
*दीपावली जीवन से अंधकार मिटाने का हैं न कि पटाखे फोड़कर जिंदगी को तबाह करने का :कौशल*
फोटो पर्यावरण धर्म की शपथ दिलाते पौधा लगाते हैं कौशल व दीनानाथ
*मेदिनीनगर । पलामू झारखंड*
मेदिनीनगर के रांची रोड स्थित तिवारी पेट्रोल पंप के समीप रामदास नगर में विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद,कौशल किशोर जायसवाल और सूबे के वित्त व खाद्य आपूर्ति मंत्री डा रामेश्वर उरांव के प्रतिनिधि दीनानाथ तिवारी ने संयुक्त रुप से दीपावली पर देशवासियों को शुभकामना देते हुए थाईलैंड प्रजाति के बारहमासी आम के पौधा लगाया। पर्यावरणविद ने कार्यक्रम में शामिल लोगों को
पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ पौधा लगाते हुए उन्हें पर्यावरण धर्म के 8 मूल ज्ञान मंत्रों की शपथ भी दिलाई।
वित्त मंत्री के प्रतिनिधि सह वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दीनानाथ तिवारी ने पर्यावरण के क्षेत्र में लगातार 56 वर्षों से अभियान को जारी रखने वाले वन राखी मूवमेंट के अगुआ कौशल के कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि समाज एवं पर्यावरण के क्षेत्र में लगातार पांच दशक से अधिक समय से कार्य करने का कीर्तिमान बनाने वाले कौशल किशोर पर राज ही नहीं देश भर के लोगों को गर्व होना चाहिए कि हम लोगों के बीच रहने वाले श्री जायसवाल की जीवनी की पढ़ाई ऑक्सफोर्ड की सीबीएसई के कक्षा आठ और आईसीएसई के कक्षा छह में एक दशक से ऊपर से हो रही है। उन्होंने समाज के लोगों से कौशल द्वारा चलाया जा रहा वन राखी मूवमेंट और पर्यावरण धर्म को अपने जीवन में अपनाने की आवश्यकता बतायी।
पर्यावरण धर्मगुरु कौशल ने कहा कि देश और दुनिया में बढ़ती प्रदूषण की आग को देखते हुए दीपावली प्रकाश फैलाने की त्यौहार है न कि पटाखा फोड़कर वातावरण में वायु , ध्वनि , प्रकाश जल , सामाजिक और धार्मिक जैसे दर्जनों प्रकार के प्रदूषण फैलाने का है।
पर्यावरणविद ने दीपावली पर ब्रह्मांड के सारे जीवों की रक्षा के लिए लोगों से आतिशबाजी नहीं करने की मार्मिक अपील की है। उन्होंने कहा कि कोरोना की कहर और प्रदूषण के जहर के कारण पूरी दुनिया तबाह है। दोनों में बस इतना ही फर्क है कि कोरोना केवल मानव को मौत की घाट उतार रही थी जबकि प्रदूषण धरती और ब्राह्मणड के 84 लाख योनि जीवों के जीवन पर भारी पड़ रहा है। उन्होंने पटाखे नहीं छोड़कर लोगों की जिंदगी तबाह होने से बचाने की अपील की है। पर्यावरणविद ने कहा है कि लोग क्षणिक आनंद के लिए वातावरण में प्रदूषण की जहर घोलकर बच्चों और बूढ़ों की जिंदगी तबाह न करें। इस अवसर पर सत्येंद्र नाथ तिवारी व कुणाल नाथ तिवारी समेत अन्य कई लोग शामिल थे