पर्यावरणविद व जिला पार्षद ने क्षेत्र के दर्जनों कलश यात्रा में शामिल होकर हजारों श्रद्धालुओं को दिया पौधा व प्रकृति कलश*
*नवरात्र में देवी दुर्गा का साक्षात स्वरूप कन्याओं का पांव पूजन से होती है वैदिक व भारतीय संस्कृति की रक्षा:कौशल, अमित*
*नवरात्र में सुख शांति के लिए पूजा अर्चना के साथ पर्यावरण और प्रकृति की रक्षा के लिए करें पौधरोपण :अमित व कौशल*
फोटो- कलश यात्रियों को पौधा देते एवं कन्याओं का पांव पूजन करते जिला पार्षद व पर्यावरणविद
*छतरपुर पलामू झारखंड*
जिले के छतरपुर पूर्वी के विभिन्न पूजा पंडालों से निकले करीब दर्जनभर कलश यात्रा में जिला पार्षद अमित कुमार जायसवाल और विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने 500 पौधा कलश यात्रियों के बीच वितरित किया। वहीं कलश यात्रा में शामिल कन्याओं का पांव पूजन कर जल यात्रा की शुरुआत की। श्रद्धालु भक्तों के बीच पौधा कलश प्रदान करते हुए पर्यावरणविद ने
कहा कि नवरात्र में फलहार भोजन करने का विधान है इसलिए वे लोगों के बीच फलदार पौधों का निःशुल्क वितरित किया। छतरपुर पूर्वी के जिला पार्षद अमित कुमार जायसवाल ने कहा है कि धर्म से आया हुआ धन टिकाऊ होता है और अवैध तरीके अपनाकर कमाया हुआ धन से क्षणिक सुख की प्राप्ति तो होती है लेकिन आने वाली पीढ़ी को उसका दुष्परिणाम भुगतना पड़ता है। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने धर्मों के साथ दूसरे धर्मों का भी सम्मान करना चाहिए। इससे सामाजिक संतुलन बना रहता है।
पर्यावरण धर्मगुरु कौशल ने कहा कि जिस प्रकार प्रतिवर्ष नवरात्र में लोग घर परिवार की सुख समृद्धि व आत्मा की शांति के लिए कन्याओं को भोजन पानी कराते हैं। उसी प्रकार धरती और ब्रह्मांड की आत्मा की शांति के लिए पूरे नवरात्र के समय कन्याओं को पौधा पानी देना चाहिए है। तभी नवरात्र में कलश पूजा और दुर्गा पूजा करने की सार्थकता बनी रहेगी।
वन राखी मूवमेंट के प्रणेता कौशल ने कहा कि पहले की तरह इस वर्ष भी पूरे नवरात्र में प्रकृति कलश यात्रा के तहत करीब 6 जिलों में लगभग पांच हजार कन्याओं को पौधा पानी देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। कलश स्थापना के दिन से पलामू, गढ़वा , लातेहार जिले के अलावे उत्तर प्रदेश,छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश राज्य के कई विद्यालयों में जाकर न सिर्फ पौधरोपण किया बल्कि शनिवार को अपने जन्मभूमि छतरपुर के रुदवा,चीरू, सुंगरी, चराई, केरकीकुटीया, विषयपुर,करमा बाजार और सहरसवा के कलश यात्रियों को पौधा पानी उपलब्ध कराया । प्रकृति कलश यात्रा में शामिल प्रमुख लोगों में चिरू पंचायत के मुखिया पति प्रमोद यादव,सचिन कुमार पांडेय, मूनकेरी के पूर्व मुखिया दशरथ प्रसाद, रंजीत जायसवाल,बसंत विश्वकर्मा, नंदू विश्वकर्मा,मुरली प्रसाद, सुभाष गुप्ता, नरेश यादव,पंकज सिंह, पंकज विश्वकर्मा, मनोज गुप्ता, जितेंद्र यादव, बलराम सिंह, रामजतन यादव, महेंद्र सिंह, संजय यादव,के साथ सैकड़ों लोग शामिल थे।
