*पर्यावरणविद कौशल ने विश्वकर्मा पूजा और पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर दिलाई पर्यावरण धर्म की शपथ*
*ब्रह्मांड के विकास में भगवान विश्वकर्मा और देश के विकास में पीएम मोदी का योगदान नहीं भूलेंगे देशवासी: कौशल*
*विश्वकर्मा पूजा पर पौधा का पूजन किया जाता है पर उस दिन लगाया नहीं जाता है क्यों जानीय कौशल*
*मेदिनीनगर/ पलामू/ झारखंड*
पलामू जिले के मेदिनीनगर शहर के बाईपास रोड स्थित पर्यावरण भवन परिसर में विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने सृजन व निर्माण के अधिष्ठाता देवशिल्पी भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना करने के बाद देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई मोदी जी के जन्मदिन पर समस्त देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए उनकी दीर्घायु होने की मंगल कामना की। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को पर्यावरण धर्म के आठ मूल ज्ञान मंत्रों की शपथ दिलाई। श्री कौशल ने कहा कि जिस तरह वास्तु व ब्रह्मांड के विकास में शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा जी का अहम योगदान रहा है ठीक उसी प्रकार श्रेष्ठ भारत के विकास में देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्रभाई मोदी का योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। यूं कहें कि भगवान विश्वकर्मा पूर्वकाल में विख्यात थे जबकि मोदी जी वर्तमान कालखंड में पूरे विश्व में प्रख्यात है।
पर्यावरण धर्म गुरु कौशल ने कहा कि पर्यावरण धर्म के अनुसार जन्मदिन व कोई भी शुभ कार्य एवं श्राद्ध में पौधा लगाने का पहला विधान है। परंतु विश्वकर्मा पूजा के दिन उनके निर्मित औजारों से प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करने का भी विधान नहीं है । यही कारण आज भगवान विश्वकर्मा एवं मोदी जी के जन्मदिन पर पौधरोपण नहीं कर कार्यक्रम में शामिल लोगों को शपथ दिलाकर उनके बीच पौधा वितरित किया गया। ताकि आज के बाद उसे लगाकर उन दोनो के जयंती व जन्मदिन को यादगार बनाया जा सके।
छतरपुर पूर्वी जिला पार्षद अमित कुमार जायसवाल और हेसा प्लाई के प्रोपराइटर अरुण कुमार जायसवाल ने भी भगवान विश्वकर्मा और यशस्वी प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाईयां दी । इस मौके पर अनुज कुमार,बसंत सिंह, गोपाल कुमार, अमरेंद्र कुमार रवि, शमीम अंसारी, मुनेशर मांझी, सत्येंद्र प्रसाद, रामू कुमार, संतोष प्रजापति, छोटू कुमार आदि लोग उपस्थित थे।
