*पर्यावरणविद ने यूपी के सोनभद्र जिले के बागेसोती चौकी प्रांगण में कपूर का पौधा लगाते हुए कहा*
मानव से पुलिस और वृक्षों का सांसों का रिश्ता है फर्क बस इतना है कि पुलिस डंडा धुमा कर रक्षा करती है जबकि वृक्ष स्थायी रूप से : कौशल
– पुलिस को पर्यावरण धर्म के शपथ दिलाते कौशल
*कोन, सोनभद्र, उत्तर प्रदेश*
विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रनेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने सोनभद्र जिले में दो दिन प्रवास के दौरान वहां के बागेसोती स्थित पुलिस चौकी प्रांगण और दुबतीया के मंदिर परिसर में पौधरोपण किया। उन्होंने उस परिसर में कपूर, रुद्राक्ष, सिंदूर, के पौधे और कोन , बागेसोती, लउकवाखाड़ी, कचनारवा और दुबतीया के ग्रामीणों के बीच पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ फलदार पौधों को वितरण कर उपस्थित लोगों को पर्यावरण धर्म के 8 मूल ज्ञान मंत्रों को अपने जीवन में अपनाने की अपील की।
पर्यावरण धर्मगुरु कौशल ने पुलिस चौकी प्रांगण में पौधा लगाते हुए कहा कि इस देश के नौजवानों और शहीदों की मदद से मानव जैसी शत्रु से एक आजादी मिली है परंतु प्रदूषण नामक शत्रु से आजादी के लिए दूसरी लड़ाई लड़ना अभी बाकी है । वह लड़ाई गोली और बारूद से नहीं बल्कि पौधे जैसी मिसाइल को धरती में लगाकर हम उस प्रदूषण रूपी दुश्मन पर विजय पा सकते हैं। क्योंकि पेड़ पौधे ऑक्सीजन की सिलेंडर के सम्मान होते हैं।
वन राखी मूवमेंट के प्रणेता कौशल ने दुबतीया के स्वर्गीय वचन जायसवाल की धर्मपत्नी श्यामा देवी के देहावसान पर उनकी स्मृति में थाईलैंड प्रजाति के पौधे लगाते हुए उनके पुत्र अजय जायसवाल, संजय जायसवाल, विजय जायसवाल व कृष्णकांत जायसवाल समेत अन्य परिजनों को कहा कि अगर आपके सर से आपकी माता पिता का साया हट जाता है तो उनके स्मृति में पौधा लगाकर उसके छाया से आप और आने वाले पीढ़ी को भी स्वच्छ एवं सुरक्षित रख सकते हैं । उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से माता पिता अपने पुत्र को सुरक्षा के लिए कार्य करते हैं उसी प्रकार एक वृक्ष 10 तरह से ब्रह्मांड के 84 लाख योनि जीवों की सुरक्षा करती है। मौके पर संस्था के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल , चौकी प्रभारी उमेश यादव, भास्कर यादव, संतोष सिंह ने अपने संबोधन में पर्यावरणविद के कार्यों की सराहना करते हुए पुणे आने का न्योता दिया
इस कार्यक्रम में खुश्दिल प्रसाद, प्यारेलाल, संपूर्णानंद, सुरेश प्रसाद, धीरज पांडे,दिलीप जायसवाल, हेमंत जायसवाल, मिश्री जायसवाल, प्रियरंजन जायसवाल, केदार जायसवाल, धीरू जायसवाल, सूरज प्रसाद, हरीनाथ प्रसाद, रामदेव प्रसाद, शंभू प्रसाद, जितेंद्र कुमार, मुकेश कुमार, बसंत जायसवाल, सत्येंद्र प्रसाद,गौरी शंकर, दिनेश प्रसाद एवं सचिन जायसवाल समेत सैकड़ों लोगों ने पर्यावरण धर्म को सार्थक मानते हुए अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया।