*सभ्यता संस्कृति बचाने के उद्देश्य से ही किया जाता है सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन : कौशल व अमित*
*पर्यावरणविद व पार्षद ने प्रकाश फैलाकर किया दुगोला का शुभारंभ*
दीप प्रज्वलित करते पर्यावरणविद व पार्षद व अन्य
*छतरपुर पलामू झारखंड*
छतरपुर अनुमंडल के पंचायत मुनकेरी के टोला मनहु में अखंड कीर्तन व रामायण पाठ एवं रामनवमी पूजा के उपलक्ष में देवी मंदिर प्रांगण में दुगोला का आयोजन किया गया गया । विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल और छतरपुर पूर्वी के जिला पार्षद अमित कुमार जायसवाल ने दीप प्रज्वलित कर सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
पर्यावरण धर्मगुरु कौशल ने कहा है कि युवा, कला ,संस्कृति ,वन,और देश की सभ्यता को बचाने के उद्देश्य से ही मेला और दुगोला का आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि तापमान में वृद्धि और वर्षा के कमी का कारण अर्थ के लिए हो रहे अनर्थ को रोकना होगा तभी पर्यावरण संतुलित रह सकता है। उन्होंने कहा कि समाज के लोग जो प्रायश्चित किया है उससे उबरने के लिए लोगों को
अपने धर्म के साथ ही पर्यावरण धर्म के 8 मूल ज्ञान मंत्र करो अपनाना होगा। अन्यथा स्थिति इतनी भयावह हो जाएगी कि दिन में स्कूल और कार्यालय सब बंद करना पड़ेगा। या तो किसी दूसरे स्थान पर जाने के लिए विवश होना पड़ेगा।
छतरपुर पूर्वी जिला पार्षद अमित कुमार जायसवाल ने लोगों को शुभकामना देते हुए कहा कि केंद्र सरकार की योजना जल जीवन मिशन के तहत जल्द ही सोन नदी का पानी पाइप लाइन के माध्यम से सभी घरों तक पहुचाया जाएगा। इसके लिए निविदा हो गयी है। वे इसे कार्यरूप देने में तन्मयता से जुटे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि कैंसर पीड़ित रामसेवक यादव की तरह अन्य लोगों को भी सरकारी लाभ दिलवाने के लिए कृतसंकल्प है। क्षेत्र के सभी लोगों की मदद के लिए वे हमेशा आगे रहते हैं।
बिहार के व्यास गुडु हलचल और छपरा के व्यास अनिरुद्ध आशिक के बीच जोरदार गायन मुकाबला हुआ। दोनों गायकों ने एक से बढ़कर एक गीत संगीत प्रस्तुत कर लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। कार्यक्रम में पूर्व मुखिया दशरथ प्रसाद,बसंत विश्वकर्मा, चिरु मुखिया पति प्रमोद यादव, दीपक पांडे,मनोज यादव, सुभाष गुप्ता, सुदामा गुप्ता,उपेंद्र प्रसाद, अजीत प्रसाद, गणेश यादव, भोला यादव, जगनारायण प्रसाद, उप मुखिया अफजाल अंसारी, भरत सिंह, भोला प्रसाद, बसंत यादव, जनक देव यादव, कर्म देव यादव, संतोष विश्वकर्मा, फुलवा देवी, शिक्षक उपेंद्र पासवान, पंचायत समिति सुनीता देवी फुलवा देवी समेत काफी संख्या में लोग शामिल थे।