*विश्व पर्यावरण दिवस के 50 वां वर्ष पर पर्यावरणविद ने चंदन और बरगद का पौधा लगा कर कहा कि*
*सृष्टि, प्रकृति और पर्यावरण संरक्षित होगी तभी मानवीय जीवन होगी सुरक्षित*
– विश्व पर्यावरण दिवस पर सभी लोगों को सृष्टि, प्रकति और पर्यावरण को बचाने के लिए करना होगा पौधरोपण: कौशल
फोटो पर्यावरण धर्म के शपथ दिलाते कौशल
*छतरपुर पलामू झारखंड*
छतरपुर के केरकि कला के वनों में 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के अर्ध शतक पूरा होने के उपरांत प्रत्येक बषो की भांति इस वर्ष भी विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ बरगद का पौधा लगाया। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल लोगों को पर्यावरण धर्म के 8 मूल ज्ञान मंत्रों की शपथ दिलाई। वही कार्यक्रम के समापन पर उन्होंने वृक्षों पर रक्षाबंधन कर कहा कि समय रहते अगर लोग सचेत नहीं हुए तो प्रदूषण की आग आज पूरी दुनियां को अपनी चपेट में ले लिया है। जिसके कारण धरती का तापमान इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि लोगों को जान बचाने के लिएऑक्सीजन का सिलेंडर लेकर हिमालय की गोद में सन्यासी की तरह रहना विवशता हो जाएगी ।
पर्यावरणविद कौशल ने कहा कि आजादी की दूसरी लड़ाई लड़ना अभी बाकी है क्योंकि मानव रूपी शत्रु से तो आजादी मिली है परंतु प्रदूषण नामक शत्रु से अभी आजादी की लड़ाई लड़ना बाकी है। इस आजादी को जीतने के लिए चलाने वाला मिसाइल की जरूरत नहीं है बल्कि धरती में लगाने वाला पौधा रूपी मिसाइल का इस्तेमाल करना होगा। तभी हम और आने वाली पीढ़ी और ब्रह्मांड में रहने वाले 84 लाख योनि जीवों की सुरक्षा हो पाएगा कार्यक्रम में शामिल लोगों के बीच पर्यावरणविद कौशल ने फलदार पौधों का निःशुल्क वितरीत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बलराम सिंह तथा संचालित शिवनाथ राम रवि उक्त लोगो ने कहा कि पर्यावरणविद कौशल किशोर ही एक ऐसे सख्श हैं जो आज कई वर्षों से पर्यावरण के क्षेत्र में स्वार्थरहित कई उल्लेखनीय कार्य कर मिसाल कायम किया है। आज हजारों एकड़ उजड़े बनो को फिर से इन्होंने रक्षाबंधन के माध्यम से उगाया है कार्यक्रम के प्रमुख लोगों में नागेश्वर सिंह , मनोज गुप्ता, सुभाष गुप्ता, मोती शाह, समेत काफी संख्या में पर्यावरण प्रेमी भाग लिए ।