श्राद्धकर्म में पर्यावरणविद ने आम का पौधा लगाते हुए कहा*
*मां,पिता की साया हटा तो उनके नाम पर पुत्रों के लिए वृक्षों की छाया है जरूरी*
*मृत आत्मा की शांति के लिए पिंड पानी और धरती मां की धधकती आत्मा की शांति के लिए पौधा पानी देना जरूरी है: कौशल*
पौधा लगाते व वितरण करते कौशल व अन्य
*छतरपुर पलामू झारखंड*
जिले के छतरपुर अनुमंडल के कर्मा निवासी सुभाष गुप्ता की मां के श्राद्धकर्म में उनकी स्मृति में विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वनराखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ पौधरोपण किया। उन्होंने उक्त मौके पर
थाईलैंड प्रजाति के आम का पौधा लगते हुए श्राद्धकर्म में आए लोगों को पर्यावरण धर्म के 8 मूल ज्ञान मंत्र का शपथ दिलाई। पर्यावरणविद ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति के जीवन में माता पिता का साया हट जाय तो उनके नाम पर फलदार पौधा उनके परिजनों को जरूर लगाना चाहिए। क्योंकि जिस प्रकार माता पिता अपने बच्चों को सुखी और स्वस्थ रहने की कामना करते हैं उसी प्रकार एक वृक्ष उनकी 10 तरह की सेवा करता है।
पर्यावरण धर्मगुरु कौशल ने श्राद्ध में आए लोगों को फलदार पौधो का वितरण करते हुए कहा कि पर्यावरण धर्म के 8 मूल ज्ञान मंत्रों में पहला मंत्र के तहत जीवन के कोई भी महत्त्वपूर्ण कार्य को यादगार बनाने के लिए कम से कम एक पौधा लगाकर उसे बच्चों की तरह बचाना चाहिए। जिसतरह हिन्दू संस्कृति में मृत आत्मा की शांति के लिए पिंड पानी देने का विधान है उसी प्रकार धरती मां की धधकती आत्मा को शांति के लिए पौधा लगाकर उसे पानी देना जरूरी है। तभी श्राद्ध कार्य सार्थक होगा।
वन राखी मूवमेंट के प्रणेता कौशल ने कहा कि यज्ञ, जन्म और श्राद्ध में लोगों को जो कुछ भी दान पुण्य करना है उसे अवश्य करें परंतु धरती मां को भी दान स्वरूप पौधा जरूर समर्पित करें। ताकि उसका लाभ आने वाली पीढ़ी को भी मिले।
*कर्मा बाजार में पूर्व सांसद के साथ किया 500 पौधा वितरित*
पर्यावरणविद कौशल ने साप्ताहिक बाजार कर्मा में आए ग्रामीणों के बीच निशुल्क 500 फलदार पौधों का वितरण किया जिसका उद्घाटन भाजपा नेता व पूर्व सांसद मनोज कुमार ने ग्रामीणों को पौधा देखकर किया उन्होंने कहा कि पौधा केवल लगाना ही जिम्मेवारी नहीं बल्कि उसे बच्चों की तरह पौधों को बचाना जरूरी है ।उन्होंने अधिक से अधिक महुआ के पौधे लगाने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया। मौके पर
सितंबर प्रसाद , पुत्र सुभाष गुप्ता, आनंद गुप्ता, बसंत गुप्ता, पुत्री विमला कुंवर, मनोरमा देवी, बबीता देवी, सोनी देवी, चंदा देवी, अनिल प्रसाद, दुर्गा प्रसाद अशोक, प्रसाद रामलाल, चंदन व्यास, अरविंद गुप्ता उर्फ चुनमुन, बुलबुल बाबा नगर उपाध्यक्ष छतरपुर, राजेंद्र सिंह मुखिया हुटुगदाग , रविंदर राम मुखिया चराई, संजय यादव, पंकज सिंह, मोती शाह, कृष्णा यादव, रामाशीष यादव, सरजू विश्वकर्मा, सहित कई लोग मौजूद थे।