*पर्यावरणविद ने पुत्र के शादी के सालगिरह पर आकाश बाग में पौधा रोपण कर कहा कि*
*घर में लोगों की संख्या बढ़े तो वृक्षों की संख्या पढ़ना जरूरी है कौशल*
*मेदिनीनगर झारखंड*
मेदनीनगर बाईपास रोड स्थित अपना आवाश पर्यावरण भवन के ऊपर ताला आकाश बाग में पर्यावरण धर्मगुरु कौशल किशोर जायसवाल का प्रथम पुत्र अरुण कुमार जायसवाल व बहू कोमल जायसवाल के 11 वां शादी के सालगिरह पर बन भोज का आयोजन में सैकड़ों पर्यावरण प्रेमीओ ने पर्यावरण धर्म के 8 मूल ज्ञान मंत्रों को पालन करने की शपथ लेते हुए पुत्र
और बहू को स्वास्थ्य एवं लंबी उम्र की कामना की
इस अवसर पर बनराखी मूवमेंट के प्रनेता कौशल ने कहा कि पर्यावरण धर्म का पहला उपदेश है कोई भी शुभ कार्य के अवसर पर एक पौधा लगाकर उसकी बच्चों की तरह बचाना 2 कोई भी लाचार व्यक्तियों को मदद करना 3 जल 4 जंगल 5 जमीन 6, जानवर 7 पक्षी और 8 प्रकृति को बचाने का उद्देश्य है
पर्यावरणविद कौशल ने कहा है कि खासकर पलामू प्रमंडल वासियों को अपने गांव छोड़कर दूसरे जिला आया राज्यों में भागने से बचना है तो अपना धर्म के साथ-साथ पर्यावरण धर्म के 8 मूल ज्ञान मंत्रों को अपनाना होगा नहीं तो जिस प्रकार से खपड़ी में मकई के लावा फुटता है उसी प्रकार से आदमी का भी लावा फूटने से कोई नहीं रोक सकता
इस वन भोज में यूनिक पलाई एवं जायसवाल टिंबर के प्रोपराइटर अरुण कुमार जायसवाल के मां सह संस्था के प्रधान सचिव व ग्राम पंचायत डाली बाजार के मुखिया पूनम जायसवाल, ग्राम पंचायत डाली के पूर्व मुखिया व छतरपुर पूर्वी से जिला पार्षद अमित कुमार जायसवाल , शिल्पा जायसवाल, कोमल जायसवाल,नेहा सिंह ,दिबया सिंह, सूरज कुमार जायसवाल, विकास कुमार जायसवाल, रामू कुमार, डॉक्टर अर्पण सीनहा, डॉ शिप्रा निर्मला कुमारी, अमृता, मधु सिंह, नेहा, सुनील कुमार, अजीत मिश्रा, साधना मिश्रा, टिंकू सिंह, रिंकी, अनीशा, अभिषेक, दीपक