*सुंदरलाल बहुगुणा के जन्मदिन पर पर्यावरणविद ने मलय* *एप्पल के पौधा लगाकर उन्हें याद किया*
*टिहरी के चामा, चमोली के चिपको से कर्नाटक के अप्पिको आंदोलन तक व दो बार डाल्टनगंज पर्यावरणविद के आवास पर आए थे बहुगुणा*
*मेदिनीनगर। पलामू झारखंड*
चिपको मूवमेंट के प्रणेता सुंदरलाल बहुगुणा के 95 वां जन्मदिन पर विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने मेदिनीनगर स्थित अपने आवास पर्यावरण भवन के ऊपर आकाश बाग में मलय एपल का पौधा लगाकर उन्हें स्मरण किया। मेदिनीनगर प्रवास के दौरान
सुंदरलाल बहुगुणा श्री कौशल के आकाश बाग में शमी के पेड़ के नीचे ही बैठककर पूजा करते थे। पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ मलय एप्पल का पौधा लगाते हुए श्री कौशल ने बहुगुना जी के तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुये कहा कि वे उनसे 1977 में टिहरी के चामा ,चमोली के चिपको मूवमेंट से कर्नाटक के अप्पिको आंदोलन समेत देश – विदेश के दर्जनों प्रमुख कार्यक्रमों में उनके साथ शामिल होने का अवसर मिला था। उन्होंने कहा कि 1983 एव 2008 में दक्षिण भारत, कर्नाटक उत्तर कन्नड़ जिला के पांडुरंग हेगड़े के साथ , आंध्र प्रदेश रायचूर चंद्रशेखर के साथ,अप्पीको आंदोलन में साथ था। इसके अलावे उन्होंने यह भी बताया कि 1995 में नेपाल काठमांडू सरोज शर्मा के साथ,2006 में पंजाब अमृतसर में इंद्रजीत कौर के साथ,2008 में बिहार के बोधगया में प्रकृति की ओर लौटे आंदोलन का उद्घाटन द्वारका जी के साथ,2009 में बिहार के पटना में कोसी नदी से हुए नुकसान के पुनर्वास के लिए कार्यक्रम में सुरेंद्र प्रसाद के साथ और 2007 एवं 2009 में झारखंड के पलामू में उनका जीवन का आखरी कार्यक्रम था। बहुगुणा के साथ जुड़े लोगों में अमेरिका के जॉब एजेंट्स, केरल के रामकृष्ण हेगड़े, बंगाल के विकास कुमार, मध्य प्रदेश के रीना चौकसी, आसाम के राम मनोहर, उत्तराखंड के धूम सिंह नेगी प्रमुख थे।
वन राखी मूवमेंट के प्रणेता कौशल ने कहा कि उनके द्वारा 1967 में संचालित निशुल्क पौधा वितरण सह रोपन, के अलावे 1976 पर्यावरण धर्म और 1977 में वनों पर रक्षाबंधन जैसे कार्यक्रम से बहुगुणा जी काफी प्रभावित थे। ये सभी कार्यक्रम के कारण श्री कौशल उनके काफी करीबी माने जाते थे। दो बार झारखंड प्रवास के दौरान आबाद गंज स्थित पर्यावरण भवन में सुंदरलाल बहुगुणा और उनकी धर्मपत्नी विमला बहुगुणा 2007 में पानी पंचायत और लावारिस सेवा केंद्र कार्यालय का उद्घाटन किया था। इसके साथ वे निशुल्क पौधा वितरण सह रोपन के 37 वां स्थापना पर टाउन हॉल में 10 हजार एवं पड़वा मोड़ पर करीब 20 हजार निशुल्क पौधा वितरण शिविर का भी उद्घाटन उन्होंने तत्कालीन ,डीडीसी आदित्य कुमार मिश्रा और उपेंद्र नाथ पांडेय की उपस्थिति में किया था।
पर्यावरण धर्मगुरु कौशल ने कहा कि पलामू प्रवास के दौरान बहुगुणा जी से मिलने के लिए उनके आवास ओर लोगों का तांता लगा हुआ रहता था। वे लोगों से कहते थे कि वन और पर्यावरण जीने का आधार है। यह समाप्त हुआ तो लोगों का जीवन लीला समाप्त हो जाएगा।
कार्यक्रम में मुख्यरूप से संस्था के प्रधान सचिव श्रीमती पूनम जायसवाल, उनकी पुत्री ज्योति जायसवाल, निर्मला जायसवाल निर्मला प्रजापति, नेहा सिंह, सूरीति, स्वाति गिरी, शिल्पा, शमीम अंसारी, रामू, छोटू, ने उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया।