*पर्यावरणविद ने उड़ीसा प्रवास के दौरान वहां के केंद्रीय विद्यालय के वार्षिक व कई विद्यालयों में पौधा वितरण व रोपण कर कहा*
*राज्य में खादान व कारखानों से बढ़े तापमान व प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए खाली जमीनों पर पौधरोपण करे उड़ीसा सरकार: कौशल*
= *पर्यावरणविद सह धर्मगुरु कौशल किशोर को स्कूलों में महान सेवक बताते हुए किया गया सम्मानित*
फ़ोटो- पर्यावरण धर्म के 8 मूल ज्ञान मंत्र की शपथ दिलाते पर्यावरण धर्मगुरु
उड़ीसा में दो दिवसीय प्रवास के दौरान सेंट्रल बांदा मुंडा केंद्रीय विद्यालय के वार्षिक सोलो डांस नृत्य कला प्रवास कार्यक्रम के आयोजन के मुख्य अतिथि विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने राउरकेला बंडामुंडा एवं सेक्टर छह स्थित केंद्रीय विद्यालय परिसर में पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ नेपाल के रुद्राक्ष, हिमाचल के कपूर, भूटान के सिंदूर,शाही लीची और संतरा का पौधे लगाया। वहीं उन्होंने उपरोक्त स्कूलों के सभी शिक्षकों एवं छात्र- छात्राओं को पौधों की सुरक्षा के लिए पर्यावरण धर्म के 8 मूल ज्ञान मंत्रों की शपथ भी दिलाई। वन राखी मूवमेंट के प्रणेता कौशल किशोर ने वृक्षों पर रक्षा बंधन कर कहा कि पौधा रूपी मिसाइल को धरती मां की गोद में स्थापित करने से सम्पूर्ण ब्रह्मांड के 84 लाख योनि जीवों की सुरक्षा होगी।
पर्यावरण धर्मगुरु कौशल ने कहा कि उड़ीसा एशिया का सबसे अधिक स्टील उत्पादक राज्य में शुमार है जबकि प्रदूषण में भी देश के दूसरा स्थान पर होते जा रहा है। जिस राज्य में प्रदूषण की आग तेजी से बढ़ रहा हो उसे बुझाने के लिए राज्य के खाली जगहों पर एवरग्रीन पौधों को लगाने एवं सभी कारखानों में वास्प चिमनी बनाने होंगे। तभी इस आग को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। अन्यथा आने वाले पीढ़ी को इसकी खामियाजा व दुष्परिणाम भुगतने से कोई रोक नहीं सकता।
सेक्टर छह के प्रिंसिपल सुरजीत राय और बॉण्डा मुंडा के प्रिंसिपल हेमलता पटनायक, उप प्रिंसिपल, सार्थक पटनायक ने अपने संबोधन में कहा कि इसके पहले भी पर्यावरणविद कौशल के द्वारा उनके विद्यालय में लगाए गए पौधे आज फल देने लगे हैं। वहीं बंडामुंडा सेंट्रल स्कूल के प्राचार्य सुरजीत राय ने पर्यावरणविद के कार्यों की सराहना करते हुए अगले वर्ष की अप्रैल माह में पुनः आने का अनुरोध किया।
कार्यक्रम में राजकिशोर अग्रवाल, डॉक्टर कमल कनौजिया, उप सार्थक चंद्र पटनायक , निखिलेश महापात्र, बेनुधर गुरुवा, फिराक लाल देवाशीष रामचंद्र जगदंबा एच एस डेहरी, जेपी किंडो , दी संमल,अन्नपूर्णा बहरा, ममता संबल, अमृता राय, दामोदर दास, सुजीत कुमार बयोरी, तरुण दास, गगन स्वाइन, साईं केतोतरथ, जूली टोप्पो, जूली साहू, स्नेहा मोई दास समेत कई प्रमुख लोग शामिल थे।