*पर्यावरणविद ने हिमाचल प्रदेश के दो जिलों के कई स्कूलों के दीप यात्रा में पौधा लगाने व बचाने का दिया संदेश*
*दीपयात्रा का उद्देश्य जीवन से अंधकार मिटाना , न कि पटाखे फोड़कर जिंदगी तबाह करना: कौशल*
*पलामू के लाल कौशल किशोर जायसवाल को हिमाचल प्रदेश में किया गया सम्मानित*
*धर्मशाला, कांगड़ा, कुल्लू हिमाचल*
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के केंद्रीय विद्यालय धर्मशाला के शीला चौक, व घरोह सीनियर सेकेंडरी स्कूल एवं कुल्लू जिले के लॉरिअल पब्लिक स्कूल में आयोजित वार्षिक महोत्सव के मुख्य अतिथि विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद,कौशल किशोर जायसवाल ने दीप यात्रा के तहत दीपावली पर देशवासियों को शुभकामना देते हुए पर्यावरण बचाने का संदेश दिया। उन्होंने कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए उक्त विद्यालय परिसरों में पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ कर्नाटक का चंदन, नेपाल का रुद्राक्ष,थाईलैंड का बारहमासी आम , क्रिसमस ट्री एवं बोतल पाम लगाकर वितरित भी किया। वहीं कार्यक्रम में शामिल स्कूली बच्चों को उन्होंने पर्यावरण धर्म का पाठ पढ़ाया। साथ ही पर्यावरण धर्म के आठ मुल ज्ञान मन्त्रों की शपथ दिलाकर वृक्षों पर रक्षाबंधन भी किया।
लॉरिअल पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल कविता शर्मा, केंद्रीय विद्यालय के प्रिंसिपल श्रीमती पुष्पा शर्मा एवं घरोह विद्यालय के प्रिंसिपल श्रीमती निशा डोगरा ने मोमेंटो देखकर सम्मानित करते समेत कई शिक्षकों ने अपने संबोधन में पर्यावरणविद व धर्मगुरु कौशल के द्वारा पिछले 5 दशक से देश-विदेश में निजी खर्चों पर निस्वार्थ कार्य करने की न सिर्फ़ सराहना की बल्कि उन्हें मोमेंटो देखकर सम्मानित भी किया। वहीं वक्ताओं ने पुनः आने का आमंत्रण भी दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संस्था के हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष सचिन शर्मा ने कहा कि वन राखी मूवमेंट के प्रणेता कौशल किशोर की जीवनी की पढ़ाई ऑक्सफोर्ड की सीबीएसई के कक्षा आठ और आईसीएसई के कक्षा छह में एक दशक से ऊपर हो रही है। उन्होंने समाज के लोगों से कौशल द्वारा चलाये जा रहे वन राखी मूवमेंट और पर्यावरण धर्म को अपने जीवन में अपनाने की जरूर बताईं ।
पर्यावरण धर्मगुरु कौशल ने कहा कि देश और दुनिया में बढ़ती प्रदूषण की आग को देखते हुए दीपावली सादगी से मनाने की अपील की। उन्होंने कहा दीपावली प्रकाश का त्यौहार है न कि पटाखा फोड़कर वातावरण में वायु , ध्वनि , प्रकाश, जल , सामाजिक और धार्मिक जैसे दर्जनों प्रकार के प्रदूषण फैलाने का है।
पर्यावरणविद ने दीपावली पर ब्रह्मांड के सारे जीवों की रक्षा के लिए लोगों से आतिशबाजी नहीं कर लोगों की जिंदगी तबाह होने से बचाने की मार्मिक अपील की है। पर्यावरणविद ने कहा है कि लोग क्षणिक आनंद के लिए वातावरण में प्रदूषण की जहर घोलकर बच्चों और बूढ़ों की जिंदगी तबाह कर देते हैं। ऐसा करने से लोगों को परहेज करने की जरूरत है। मौके पर सूरज कुमार जायसवाल, डा शुभराम,शिक्षिका आशा शर्मा, प्रवीण कुमार, अजय कुमार, सुमेश कुमार, नागेश्वर प्रसाद, सोनी लाल, प्रदीप कुमार, श्रीमती उषा देवी, श्रीमती सीमा देवी, स्वरूप कुमार, केंद्रीय विद्यालय के शिक्षक रमेश कुमार, अंजना देवी, प्रियंका शर्मा, कपिल देव, ज्योति, समिता देवी, तरुण कुमार, स्वर्ण कुमार, उषमा कुमार , नेहा शर्मा, रचना शर्मा सहित स्कूली बच्चों उपस्थित थे।