पर्यावरण विद कौशल किशोर की जीवनी से सिख लेने की है जरूरत: नामधारी
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मेदिनीनगर। पलामू
पर्यावरण के क्षेत्र में कौशल किशोर ने जो कार्य कर देश स्तर पर एक अलग पहचान बनाई है उनकी जीवनी से हर कोई को सिख लेने की जरूरत है। शहर के जमुने में संचालित गुरु गोविंद सिंह पब्लिक स्कूल में शुक्रवार को पौधरोपण के उपरांत लोगो को संबोधित करते हुए पूर्व स्पीकर इंदर सिंह नामधारी ने उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि वृक्ष मानव जीवन के मूल आधार हैं। विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पर्यावरण धर्म व वनराखी मूवमेंट के प्रणेता कौशल किशोर जायसवाल द्वारा निःशुल्क पौधा वितरण सह रोपण के 53 वां वर्ष और पर्यावरण धर्म व बनराखी मूवमेंट के 43 वां वर्ष पूरा होने के उपरांत इस वर्ष भी नेपाल भूटान समेत देश के 10 राज्यों में दो लाख निशुल्क पौधा वितरण सह रोपन का निर्णय लिया है। इसी कड़ी मे शुक्रवार को गुरु गोविंद सिंह स्कूल परिसर में श्री नामधारी जी के पुत्री अमृत गंभीर के 52 वां जन्मदिन के वर्षगांठ पर पौधरोपण किया गया। पौधरोपण के बाद पर्यावरणविद श्री कौशल ने
पर्यावरण धर्म के आठ मूल मंत्रों की शपथ दिलाई। कार्यक्रम का उद्घाटन श्री नामधारी ने पौधा रोपण कर किया। उन्होंने अपने संबोधन में श्री कौशल किशोर के कार्यों की काफी सराहना की। उन्होंने कहा कि श्री कौशल पहले व्यक्ति हैं जो इतने लंबे अरसे से अपनी निजी खर्चों पर जिले ही नहीं बल्कि देश और विदेशों में भी पौधरोपण का कार्य करते आ रहे हैं। इस कार्य में पहले एक दो लोग ही रुचि रकहते थे जिसमें कौशल जी के नामों की चर्चा होती थी। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाना और उसे बचाना बड़ा पुण्य कार्य है। श्री नामधारी ने पर्यावरणविद श्री कौशल को सम्मानित भी किया।
उनकी पुत्री अमृत गंभीर ने अपने 52 वां जन्मदिन पर 52 पौधा लगाने के संकल्प के साथ स्कूली बच्चे के साथ 400 पौधे लगाया। उन्होंने कहा कि
महिलाएं पौधा लगाकर अपने बच्चों की तरह देखभाल करें तभी हम आने वाली पीढ़ी को शुद्ध वातावरण दे पाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति पर्यावरण धर्म के तहत अपने जन्मदिन पर पौधा लगाएं और उसे बचाएं।
पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने पर्यावरण धर्म के 8 मूल मंत्र को शपथ दिलाते हुए कहा कि लोग समय रहते यदि नहीं चेते तो तीसरा विश्वयुद्ध जल और ऑक्सीजन के लिए होगा। उन्होंने कहा कि मानव जाति के साथ इस धरती पर 84 लाख जीव-जंतुओं पर खतरा के बादल मंडरा रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता पी पी गुप्ता ने की। मौके पर अनुज पाठक, अजीत कुमार, एसके सिंह दासगुप्ता, अनिता बोस ,नंदलाल पाठक आदि उपस्थित थे।