पर्यावरणविद ने मनिका में बांटे पौधे कहा
परमाणु बम और आतंकवादियों से भी खतरनाक है प्रदूषण : पर्यावरणविद कौशल
मनिका । लातेहार
लातेहार जिले के मनिका में संचालित कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने पौधरोपण कर छात्राओं को पर्यावरण से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराई। श्री कौशल द्वारा निशुल्क पौधा वितरण सह रोपण के 53 वां वर्ष और पर्यावरण धर्म व वनराखी मूवमेंट के 43 वर्ष पूरा होने के उपरांत नेपाल भूटान समेत देश के 10 राज्यों में दो लाख पौधा वितरण व रोपण के साथ वनों पर रक्षाबंधन और पर्यावरण धर्म पर गोष्ठी के आयोजन का निर्णय लिया गया है। जिसकी शुभारंभ एक जुलाई को पर्यावरणविद के जन्म भूमि पलामू के छतरपुर के ग्राम पंचायत डाली बाजार के कौशल नगर से कर दी गई है। इसके साथ ही झारखंड समेत अन्य राज्यों में भी यह कार्यक्रम जारी है । कार्यक्रम की इसी कड़ी में मंगलवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में निशुल्क पौधा वितरण सह रोपण के साथ पर्यावरण धर्म पर गोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम का उद्घाटन पर्यावरणविद कौशल ने पर्यावरण धर्म के मंत्रों के प्रार्थना के साथ आम का पौधा लगाते। हुए पर्यावरण धर्म के आठ मूल मंत्रों की शपथ दिलाई। मौके पर उन्होंने कहा कि परमाणु बम और आतंकवादियों से भी अधिक खतरनाक पर्यावरण प्रदूषण है। क्योंकि आतंकवादी क्रूरता दिखाते हैं तो सौ दो सौ लोग मारे जाते हैं । उसी तरह परमाणु बम का भी एक सीमा होता है। सीमा के अंदर ही लोग और जीव जंतु मारे जाते हैं। वहीं जब प्रकृति अपनी रौद्ररूप जब दिखाती है तो लोगों के साथ पशु- पक्षी भी लाखों- लाख की संख्या में काल के गाल में असमय समा जाते हैं । यदि मानव जीवन को प्राकृतिक आपदा, जल संकट और ऑक्सीजन की कमी से बचना है तो लोगों को पर्यावरण के आठ मूल मंत्रों को आत्मसात कर सिर्फ और सिर्फ पौधरोपण कर प्रकृति के उस ज्वाला को शांत करने होगा। पर्यावरणविद कौशल ने छात्राओं को पर्यावरण धर्म के आठ मूल मंत्रों की विस्तृत जानकारी देकर उन्हें पौधरोपण के लिए विशेष जागरूक किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति अपने जन्मदिन पर पौधा लगाने का संदेश दिया जिसे अपनाने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए सभी लोगों को इस अभियान से जुड़ कर प्रकृति की रक्षा करने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करना होगा तभी आने वाली पीढ़ी बच पाएगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वार्डन संगीता ने पर्यावरणविद द्वारा इतने लंबे अरसे से चलाते आ रहे अभियान के लिए उन्हें साधुवाद देते हुए कृतज्ञता ज्ञापित की। संचालन शिखा कुमारी ने की। मौके पर शामिल विद्यालय की शिक्षिका रेशमा लकडा, अनिता कुमारी, संगीता कुमारी ,रुबीना खातून, समेत के छात्राओं ने एक-एक पौधा लगाने की शपथ ली। कार्यक्रम की समापन पर्यावरण के स्लोगन
” सोचो साथ क्या ले जाओगे एक पौधा लगाओगे तो सात पीढ़ी तर जाओगे” के साथ किया गया।