पर्यावरणविद ने पोती आद्रिका के जन्म दिन पर लगाया आकाश बाग में चंदन का पौधा**
– पर्यावरणविद कौशल परिवार के हर सदस्यों के जन्मदिन पर पर्यावरण धर्म के आठ मूल मंत्रों की शपथ के साथ लगाते हैं आकाश बाग में पौधा
फ़ोटो- अपने मां .पिता, दादा- दादी, चाचा -चाची एवं भाई बहन के साथ आद्रिका ने बांधे पौधे पर राखी
*मेदिनीनगर। पलामू झारखंड*
शहर के बाईपास रोड स्थित पर्यावरण भवन के ऊपरी तल पर पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने अपनी तीसरी पोती अद्रिका जायसवाल के तीसरे जन्मदिन पर आकाश बाग में चंदन का पौधा लगाकर परिवार के सभी सदस्यों के साथ जन्म दिन मनाया। पर्यावरणविद ने वर्ष 2005 में अपने घर के उपरी तल पर आकाश बाग की शुरुआत किया था। आद्रिका पर्यावरणविद कौशल किशोर की पोती और पुत्र अरुण कुमार जायसवाल की दूसरी पुत्री है। विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पर्यावरण धर्म व वनराखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ पौधरोपण करवाने के बाद सभी सदस्यों को पर्यावरण धर्म के आठ मूल मंत्रों की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि पर्यावरण धर्म का अर्थ है कि लोग अपने जन्मदिन या जीवन के किसी भी शुभ अवसर या पूर्वजों की याद में पौधा लगाकर उसे बच्चों की तरह बचाएं । जन, जल ,जंगल ,जमीन ,जानवर ,पक्षी और प्रकृति को बचाने का उद्देश्य है।
पर्यावरण धर्म के इसी मंत्र से 1977 से अब तक नेपाल भूटान समेत देश के 22 राज्यों के 80 जिलों में जाकर अब तक 40 लाख निःशुल्क पौधे लगाकर लोगो पर्यावरण धर्म का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि अगर पलामू प्रमंडल को प्रकृति की ब्लैक शैडो जोन से मुक्ति दिलाना है तो सभी लोगों को अपने धर्म के साथ पर्यावरण धर्म को भी अपनाना होगा । तभी इसे महामारी की विभीषिका से बचाया जा सकता है।
अद्रिका के दादी और संस्था के प्रधान सचिव पूनम जायसवाल ने कहा कि प्रत्येक माता-पिता अपने बच्चों को बचपन से ही उनके जन्मदिन पर पौधा लगाने और बचाने का शिक्षा और संस्कार देना चाहिए। आद्रिका के पिता यूनिक पलाई के प्रोपराइटर अरुण कुमार जायसवाल ने कहा कि मेरे पिता पर्यावरणविद को पर्यावरण की सेवा करते आज अर्द्धशतक पार कर गए। उन्होंने पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक किया है। आद्रिका के चाचा और ग्राम पंचायत डाली बाजार के मुखिया अमित कुमार जायसवाल ने कहा कि बचपन से ही बच्चों को घर से लेकर स्कूल तक पौधा लगाने की शिक्षा देना चाहिए। जिससे आने वाले पीढ़ी को लाभ मिलेगा। आद्रिका के मां कोमल जायसवाल ने कहा कि मेरे घर के बच्चे के जन्मदिन आने से एक सप्ताह पहले से पौधा लगाने की तैयारी होने लगता है।
इसी तरह के चर्चा सभी घरों के बच्चों के बीच होना चाहिए। आद्रिका के चाची शिल्पा जायसवाल ने कहा कि हमारे पंचायत डाली बाजार से डालटेनगंज तक छोटे बड़े 30 सदस्य है। सभी पौधा लगाने से बचाने तक कार्य करते हैं । आद्रिका के चाचा सूरज कुमार, सुमित कुमार, विकास कुमार, अमन कुमार ,दीदी आराध्या, आशिका अनुषा भाई आकस समेत घर के सभी सदस्य और नाना नानी ने जन्मदिन पर बधाई दिया।