लोहिया विद्यालय में पर्यावरणविद व पूनम ने संयुक्त रूप से हिमाचल के कपूर व भूटान के सिंदूर का पौधरोपण कर कहा*
*पूर्व की तरह इस वर्ष भी नेपाल, भूटान समेत देश के 10 राज्यों में दो लाख पौधे वितरण का है लक्ष्य कौशल व मुखिया पूनम जायसवाल*
फोटो पौधा रोपण करते पर्यावरणविद
*केमार, गढ़वा, झारखंड*
गढ़वा जिले के केतार प्रखंड के लोहिया समता उच्च विद्यालय परिसर में विश्वव्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान सह पर्यावरण धर्मगुरु व वन राखी मूवमेंट के प्रणेता पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल ने हिमाचल के कपूर और भूटान के सिंदूर के पौधा पर्यावरण धर्म के प्रार्थना के साथ लगाया। पर्यावरणविद ने बच्चों को पर्यावरण धर्म के आठ मूल ज्ञान मंत्रों की शपथ दिलाते हुए पर्यावरण से जुड़े कई रोचक जानकारियां दी । पर्यावरणविद ने बच्चों को शिक्षा देते हुए कहा कि वृक्ष भगवान शिव के समान होते हैं इसी लिये तो उनकी पूजा किया जाता है। ताकि उनकी कृपा से ही पर्यावरण का प्रदूषण खत्म करने में मदद मिलती है। उन्होंने बच्चों को बताया कि पेड़ से लोगों का सांस का रिश्ता होता है।
पर्यावरण धर्मगुरु कौशल ने कहा कि लोग हरियाली और खुशहाली के लिए सावन में बाबा भोलेनाथ पर लाखों की संख्या में जलाभिषेक करते हैं। उसी तरह समाज के सभी लोगों को अपने आंगन में तुलसी और खेत में पौधा लगाकर उसे सिंचित करे । इससे न सिर्फ प्रदूषण नामक शत्रु का सफाया होगा बल्कि आने वाले पीढ़ी को भी जल संकट और ऑक्सीजन की कमी से बचाया जा सकेगा।
पर्यावरणविद कौशल ने कहा कि वनों की अवैध कटाई को रोकने के लिए उन्होंने 1976 से पर्यावरण धर्म की शुरुआत की थी। वहीं वनों को परिवार का सदस्य मानकर उनकी रक्षा के लिए वनराखी मूवमेंट नामक आंदोलन की शुरुआत 1977 में किया था । जो वनों को बचाने में कारगर साबित हुआ।
वन राखी मूवमेंट के प्रणेता कौशल ने कहा कि शुरुआती दौर में किसान अपनी रैयतिभूमि पर पौधा लगाने से डरते थे। उन्हें डर था कि उनकी रैयती भूमि पर जंगल लगाने से जमीन सरकार ले लेगी । वावजूद उन्होंने अपना अभियान जारी रखते हुए निःशुल्क पौधा वितरित कर लोगों को पौधे लगाने के लिए जागरूक करते रहे। उसी का प्रतिफल है कि प्रदूषण की विभीषिका को देखते हुए आज देश के शीर्ष नौकरशाह और राजनेता पौधे न सिर्फ लगा रहे हैं बल्कि लगाने के लिए प्रेरित भी करते चल रहे हैं
श्री जायसवाल ने कहा कि जब पूरी दुनिया प्रदूषण के दुष्परिणाम से बेफिक्र था उस समय वे पर्यावरण एवं प्राणिमात्र को बचाने का मुहिम चलाया था। जो आज सभी के लिए कारगर साबित हो रहा है।
संस्था के प्रधान सचिव सह ग्राम पंचायत डाली बाजार के मुखिया पूनम जायसवाल ने कहा कि प्रदूषण जैसी शत्रु से आजादी की दूसरी लड़ाई लड़ना अभी बाकी है। इसके लिए सभी लोगों को पर्यावरण धर्म के 8 मूल मंत्र को अपनाना होगा और पौधे लगाकर उसे अपने बच्चों की तरह बचाने की कोशिश करना होगा। मौके पर प्रधानाध्यापक दिलेश प्रसाद गुप्ता ,अमेरिका महतो, जवाहर hn दुबे, श्रवण कुमार भगत, दिलीप कुमार माहथा, अनिल राम, गौतम कुमार पाल, गौतम जायसवाल,सोनु कुमार सिंह, राहुल कुमार, सतीश कुमार वैद्य, सुदर्शन बैठा, मंजूरउलहक अंसारी आदि मौजूद थे